राजस्थान के जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक से मिलने के लिए 30 अक्टूबर 2025 को सीकर के सांसद अमराराम पहुंचे लेकिन जेल प्रशासन ने उन्हें मिलने की इजाजत नहीं दी और वापस लौटा दिया जेल अधीक्षक ने सांसद के अनुरोध पत्र को अस्वीकार करते हुए नियमों का हवाला दिया !

लेह में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने चार दिन पहले सोनम वांगचुक को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार किया था सुरक्षा कारणों से उन्हें जोधपुर सेंट्रल जेल में रखा गया है जहां वे विशेष बेरक में बंद हैं 26 सितंबर की रात को जेल लाए गए वांगचुक से मिलने की इजाजत किसी को नहीं दी जा रही जेल कर्मचारियों और अधिकारियों को भी उनसे संपर्क करने से रोका गया है उनकी निगरानी CCTV कैमरों के माध्यम से की जा रही है और जोधपुर पुलिस के अभय कमांड सेंटर से मॉनिटरिंग हो रही है !
मंगलवार शाम को अमराराम जेल के बाहर पहुंचे जहां पुलिस ने लाल फाटक पर बेरिकेडिंग कर दी पूर्व विधायक पेमाराम समेत अन्य सीपीआई नेता भी मौजूद थे लेकिन उन्हें रोका गया इसके बाद सांसद ने जेल अधीक्षक को पत्र लिखकर वांगचुक से मिलने की अनुमति मांगी जेल अधीक्षक ने पत्र पर लिखा नियमानुसार आपके अनुरोध को अस्वीकार किया जाता है और इसे वापस कर दिया !
सांसद अमराराम को सोनम वांगचुक से मिलने से रोके जाने पर उन्होंने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया उन्होंने कहा कि वांगचुक आतंकवादी हैं ना मै ऐसा कोई नियम नहीं जो मिलने से रोके करीब आधे घंटे तक जेल के बाहर प्रदर्शन करने के बाद वे वापस लौट गए लेकिन इस घटना ने सवाल खड़े कर दिए हैं !









































